Biography Of Draupadi Murmu | India's First Schedule Caste Tribe President Draupadi Murmu

दोस्तों आज में आप सभी को एक ऐसे राजनेत्री के बारे में बताने वाला हु जो की बहुत ही ट्राइबल कास्ट(नीच जाती ) से आती है | अपने जिंदगी में यह बहुत ही परेसनियो को झेली है | इनके पुत्र तथा पति दोनों ही किसी कारन वस गुजर चुके है और आज ये हिंदुस्तान की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बनी है | जिनका नाम में श्रीमती द्रौपदी मुर्मू | इतिहास में पहली बार ऐसा हुवा है की नीचे जाती के लोग देश के राष्ट्रपति बने है | श्रीमती द्रौपदी मुर्मू आदिवासी जात से आती है और आज देश का पहला ऐसा राष्ट्रपति बन गयी है जो आदिवासी जातीं से अति है | टॉम चलिए आज हम अपने देश के राष्ट्रपति के जीवनी के बारे में जानते है |-
 
DRAUPADI MURMU


व्यक्तिगत जीवन (जन्म, परिवार , जन्म स्थान )

द्रोपती मूर्मू एक भारतीय महिला हैं तथा राजनेत्री हैं | इनके जन्म 29 जून 1950 को ओड़िशा के मयूरमंज जिले के बेदापोसी  गाँव मै एक संथाल परिवार मै हुआ था |उनके पिता का नाम बिरंची नारायण टुडू था | उनके दादा और उनके पिता दोनों ही उनके गाँव के प्रधान रहे थे| उन्होंने श्याम चरण मूर्मू से बिवाह किया | उनके दोनों बेटे और एक बेटी हुए | दुर्भाग्यवंश दोनो बेटों और उनके पति दोनों की अलग अलग समय पर आकल मिर्त्यु हो गई | उनका पुत्री बिवाहिता हैं और भुनेश्वर मै रहती हैं | द्रोपदी मूर्मू ने एक आध्यापिका के रूप मै अपना वयासनिका जीवन आरभ  किया| उसके बाद धीरे धीरे राजनीतीक में आ गई|

परिचय 

पूरा नाम - द्रौपदी मुर्मू 
जन्म स्थान - बैदपोसी गाँव , मयुरभंज , ओडिशा 
जन्म तिथि - 20 जून 1958
शिक्षा - ग्रेजुएशन 
व्यसाय - शिक्षक , राजनीती , समाजसेवी 
पार्टी - भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी )
पिता का नाम - बिरंची नारायण टुडू
पति का नाम - श्याम चरण मुर्मू 
संतान - 1 पुत्री , 2 पुत्री 


राजनितिक जीवन

द्रोपदी मूर्मू साल 1957 मै राईरंगपुर नगर पंचायत के पार्षद चुनाव मै जीत दर्ज कर अपने राजनीतीक जीवन
का आरम्भ किया था उन्होंने भाजपा के अनुसूचित जनजात मोर्चा के उपायधायाच के रूप मै कार्य किया हैं|
साथ ही वाह भाजपा की आदिवासी मोर्चा की रास्ट्रीय कार्यकरनी की सदयस भी हैं| द्रोपती मूर्मू ओड़िशा
मयूरमंज जिले की रायरंगपुर सीट से 2000 और 2009 में भाजपा के टिकट पर दो बार जीती और बिधयाक बनी |ओड़िशा मै नवीन पटनायक के बीजू जनता दल और भाजपा गठबंधन की सरकार मै द्रोपदी मूर्मू को 2000 और 2004 के बीच वाणीज्य परिवहर और बाद में मत्स्य और पशु  संसाधन में मंत्री बनाया गया था| द्रोपदी मूर्मू मई 2015 मै झारखण्ड को 9वी राजयपाल बनाई गयी थी| उन्होंने सेंदय अहमद की जगह ली थी झारखण्ड उच्च वयायालय के तत्कालीन मुख्य वयायाधीश विरेंदर सिंह ने द्रोपती मूर्मू को राजयपाल पद की शपथ दिलाई थी|  झारखण्ड की पहली महिला राजपाल बनने की किताब भी द्रोपदी मुर्मू के नाम रहा | साथ ही वाह किसी भी भारती राज्य को राजपाल बनने वाली पहली आदिवासी  भी हैं | द्रोपदी मुर्मू ने 24 जून 2022 में अपना नामांकन राष्ट्रपति पद के लिए किया उनके नामांकन मै पीएम मोदी प्रस्तावक और राजनाथ सिंह अनुमोदक बने |

राजनीतिक घटनाक्रम 

2022 20 July 2022 को आज़ाद देश का पहली आदिवासी राष्ट्रपति बनी 
2015 द्रौपदी मुर्मू को झारखंड राज्य का राज्यपाल नियुक्त किया गया।
2009 वे राइरांगपुर से भाजपा के टिकट पर दुबारा विधायक निर्वाचित हुईं। 
2006 श्रीमती मुर्मू भारतीय जनता पार्टी के अनुसूचित जनजाति मोर्चा की ओडिशा प्रदेश अध्यक्ष बनीं। 
2002 द्रौपदी मुर्मू को ओडिशा सरकार में मत्स्य एवं पशुपालन विभाग में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार बनाया गया। 2000 राइरांगपुर विधानसभा क्षेत्र से पहली बार भाजपा के टिकट पर विधायक चुनी गयीं और नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली तत्कालीन बीजद-भाजपा सरकार में स्वतंत्र प्रभार की राज्य मंत्री भी नियुक्त हुईं। 
1997 ओडिशा के राइरांगपुर जिले की पार्षद चुनी गयीं। वे इस जिला परिषद की उपाध्यक्ष भी बनीं। पूर्व इतिहास 1994 अरबिंदो इन्टीग्राल एजुकेशन सेंटर राइरांगपुर ओडिशा में बतौर शिक्षक कार्य करना शुरू किया। 
1983 ओडिशा सरकार के अधीन सिंचाई विभाग में बतौर कनिष्ठ लिपिक कार्य करना आरंभ किया। 
1979 द्रौपदी मुर्मू ने रमा देवी महिला विश्वविद्यालय ओडिशा से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। उपलब्ध‍ियां द्रौपदी मुर्मू को वर्ष 2007 में ओडिशा विधान सभा द्वारा सर्वश्रेष्ठ विधायक के रूप में नीलकंठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। 

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