History of Charles Ponzi in Hindi
आज के इस लेख में , मैं आप सभी को दुनिया के पहले ऐसे इन्सान के बारे में जानने वाले है जिन्हें धोखाधड़ी का जनक कहा जाता है | तो चलिए जानते है History of Charles Ponzi in Hindi में | अगर आप सभी नेटवर्क मार्केटिंग में काम करते है या करना चाहते है टी इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े |
History of Charles Ponzi in Hindi |
History of Charles Ponzi in Hindi
चार्ल्स पोंजी (Charles Ponzi) इतिहास में एक प्रसिद्ध व्यापारी और धन का प्रबंधक रहे हैं। उन्होंने 1920 के दशक में अपने धांधली योजनाओं के लिए मशहूर हुवे थे । पोंजी स्कीम के नाम पर पहचाने जाने वाले चार्ल्स पोंज़ी ने हजारों लोगों से करोड़ों डॉलर की धोखाधड़ी की।
चार्ल्स पोंजी की कहानी
चार्ल्स पोंजी का जन्म 3 मार्च, 1882 को इटली के एक छोटे से गांव में हुआ था । वे बचपन से ही एक उद्यमी और दृढ़ इच्छाशक्ति व्यक्ति माने जाते थे। पोंजी को वित्तीय विज्ञान में रुचि थी और उन्होंने न्यूयॉर्क शहर में व्यापार की शिक्षा प्राप्त की थी।
चार्ल्स पोंजी की पहली मशहूरत 1920 में उन्होंने एक अंग्रेजी न्यूज़पेपर की सेवा में कार्यरत रहते हुए प्राप्त की। उन्होंने अपनी नज़रों के सामने एक विदेशी मुद्रा कारोबार पर ध्यान केंद्रित किया था जिसमें मुद्रा विनिमय करके लोगों को ज्यादा लाभ प्राप्त करने का वादा किया जाता था।
इस योजना में, पोंजी ने लोगों को उनकी निवेशित धन राशि पर महीने के 50% रिटर्न देने का वादा किया। वास्तविकता में, यह योजना एक घोटाला थी जिसमें नए निवेशकों के पैसे पुराने निवेशकों को भुगतान करने के लिए इस्तेमाल होते थे। चार्ल्स पोंजी के पास एक तात्कालिक लाभदायक योजना होती थी, लेकिन उसकी नींव धोखाधड़ी पर आधारित थी।
History of Charles Ponzi in Hindi |
पोंजी की घोटाला योजना बहुत तेजी से अमेरिका के अन्दर प्रसिद्ध हुई और लोग उनके पास निवेश करने के लिए कतार लगाने लगे। वे बहुत जल्दी धनी बन गए और उनकी संपत्ति लगभग 1 करोड़ डॉलर तक पहुंच गई।
हालांकि, इस पैमाने पर धोखाधड़ी को चलाना आसान नहीं था। फिर धीरे-धीरे, चार्ल्स पोंजी के घोटाले की सत्यता सामने आने लगी और लोगों को यह पता चला कि यह एक व्यापारिक स्कीम है जिसमें निवेशकों के पैसे पुराने निवेशकों को दिए जाते हैं।
1920 के अंत तक, पोंजी विचाराधीन हो गए और उनके घोटाले का पर चार्ल्स पोंजी ने विदेशी मुद्रा ट्रेड में निवेश करने की दावेदारी ले ली थी, लेकिन वास्तविकता में वह धोखाधड़ी कर रहे थे। जब इसकी पूरी सत्यता आई सामने, तो पोंजी स्कीम के अंतर्गत कई करोड़ डॉलर निवेशकों की राशि लुट गई।
चार्ल्स पोंजी को अंत में 1920 के दशक में न्यूयॉर्क शहर की न्यायिक प्रक्रिया ने गिरफ्तार कर लिया। वह कई अपराधों के तहत दोषी पाए गए, जिसमें धोखाधड़ी, अर्थशास्त्रिक जालसाजी, निवेश फ्रॉड और विश्वासघात शामिल थे।
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चार्ल्स पोंजी को अदालत द्वारा दोषी पाया गया और उन्हें 1920 के दशक के अंत तक 14 वर्ष की कारावास की सजा सुनाई गई। उन्होंने अपने जीवन के अंतिम दिनों में वित्तीय कारोबार के बारे में लेखन किया और अपने घोटाले के कारण जो हुआ, उसे पश्चाताप किया।
चार्ल्स पोंजी की यह घोटाला स्कीम वित्तीय इतिहास में मशहूर हुई और उनका नाम धोखाधड़ी के संबंध में एक मिसाल बन गया। इसका प्रभाव इतना बड़ा था कि यह घोटाला स्कीम "पोंजी स्कीम" के नाम से पहचाना जाता है।
चार्ल्स पोंजी एक उदाहरण हैं जो वित्तीय धोखाधड़ी के जरिए धन कमाने की कोशिश करते लोगों के लिए सतर्कता का परिचय दिलाते हैं। उनकी कहानी एक उदाहरण है कि धन कमाने के लिए आपको नियमित और विश्वसनीय निवेश संकेतों पर विचार करना चाहिए। पोंजी के घोटाले का एक महत्वपूर्ण सबक यह है कि हमेशा सतर्क रहें और आयोगकर्ताओं द्वारा प्रमाणित वित्तीय योजनाओं में निवेश करें।
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