Success Story Of Shivani Soni , Ambikapur, Chhattisgarh | Shivani Soni Mini Golf player and Basket Ball Player |
Success Story
Shivani soni |
दोस्तों उस लड़की का नाम मिस
शिवानी सोनी , जो छत्तीसगढ़ के , सर्जुगा जिले, के अंबिकापुर सिटी कि रहने वाली है
| इनका जन्म भी अंबिकापुर में हुवा | आज मिस शिवानी जी सिर्फ 20 साल की है | तो
चलिए शुरू से इनका दस्ता जानते है |
शिक्षा
मिस शिवानी जी का प्रारंभिक
शिक्षा अंबिकापुर से हुवा है | इन्होने 5वी तक पढाई बाल मंदिर स्कूल अंबिकापुर से
की | इसके बाद इन्होने 6 से 10 तक की पढाई
विवेकानंद स्कूल से की, तथा 12वी की पढ़ाई होली क्रॉस कान्वेंट स्कूल से की है | और
ग्रेजुएशन की पढ़ाई अभी श्री साईं बाबा आदर्श महाविद्यालय से कर रही है |
परिवार
मिस शिवानी जी अपने परिवार
का एकलोती पुत्री है | इनके परिवार में सिर्फ इनकी माता जी साथ रहती है , पिता जी है लकिन पर सतत नही रहते है | इनके
पापा ऐसे तो बिजनेसमैनहै | और माता जी आंगन बाढ़ी में काम करती है |
मुशिबते जो इन्होने बच्पन
में झेली
मिस शिवानी जी कहती है ,
इनके माता जी और पिता जी लव मैरिज हुआ था | इनके जन्म के बाद से ही , इनके माता जी
को बहुत सारी मुशिबतो का सामना करना पड़ता था | क्युकी इनके जन्म के बाद , इनके
दादी जी खुश नही थी | क्युकी उनको लड़का चाहिए था , लेकिन लड़की जन्म ली थी | इनके
दादी बहुत ही लालची थी , इनको दहेज़ भी चाहिए था ,जो की नही मिल पाया | क्युकी इनके
पिता जी और माता जी ने लव मैरिज की थी | जिस वजह से इनकी दादी इनके माता जी को
बहुत ही परेशान किया करती थी | और फिर धीरे धीरे इनके पिता जी भी इके माता जी को
परेशान करने लग गए | इनके पिता जी बहुत
दारू पिने लगे | मिस शिवानी जी कहती है की इनके पिता जी और दादी मिल के इनकी माता
जी को बहुत मारती थी |
मिस शिवानी की आगे कहती है
, की क्युकी इनके दादी को पोता चाहिए था इसीलिए इनके माँ को बहुत ज्यदा परेशान
करने लगी थी | बाद में इनके पिता जी ने इनके माता को , कहा की अगर आपको मेरे साथ
रहना है तो , इस लड़की को छोड़ा होगा | तब अपने साथ रख सकते थे | लेकिन इनके माता जी
ने अपने बेटी का साथ नही छोड़ा | इसके लिए मैं दिल से इनके माता जी को सलाम करता हु
, आखिर माँ तो माँ होती है | जब मिस
शिवानी जी 1 साल की हुवे तब इनके पिता जी ने फिर इनके माता जी को बहुत मारा , और
इनके पिता जी ने इनके माता जी को रस्सी से लटका दिया (फासी से लटका दिया ) था | वो
भी इसीलिए क्युकी इनके माता जी ने अपने बेटी को नही छोड़ा | तब बगल क पड़ोसियों ने
देखा और मिस शिवानी जी के नाना , और मामा जी को
सूचित किया गया | शिवानी जी के मामा , और नाना जी तुरंत पहुच के इनके माता
जी को हॉस्पिटल पहुचाया गया| तब जा के इंक माता जी का जान बच पाया था |
आप सोच सकते है लव मैरिज
होने के बावजूद भी कितना परेशान का रहे थे इनके पिता जी |
इसके बाद इनके नाना जी ने
अपने घर ले अये | और शिवानी जी छोटी से उम्र से ही नाना नानी के घर में रहने लगी |
मिस शिवानी जी कहती है , मुझे पलने के लिए इनके माता जी को बहुत मेहनत और साथ ही
साथ मुशिबतो का सामना करना पड़ा | आगे मिस शिवानी जी कहती है की , एक समय ऐसा था की
शिवानी जी और इनके माता जी दुसरो का उतारा हुवा कपडा पहनना पड़ता था |
शिवानी जी कहती है की मेने
अपने माता जी को बहुत ही तकलीफ झेलते हुवे देखा | वो भी सिर्फ इनके दादी जी और
पीता जी के वजह से |
Shivani soni |
खुद से वादा
जब शिवानी जो पता चला था की
इनके पिता जी ने माता जी इसीलिए छोड़ दिए , क्युकी इनको लड़का चाहिए था | तब से ही
मिस शिवानी जी ने खुद से वादा कर लिया था की , में भी दिखा दूंगी की इक लड़की भी वो
कर सकती हो , जो एक लड़का कर सकता है | और इतना नाम कमाना है की अपनी माता जी का
सर गर्व से उचा हो जाये, और माँ को गर्व
हो की उसने जिस लड़की के इए इतना परेशानी झेली है उन्हें उस लड़की के माँ की नाम से
जाना जाये |
उसके बाद ने इन्होने बहुत
मेहनत किया किया | कहते है न की अगर कोई
इन्सान गलत सांगत में हो तो वो इन्सान भी उन्ही लोगो के तरह बन जाते है | वैसा ही
मिस शिवानी जी के साथ भी हुवा | जब शिवानी जी होली क्रॉस स्कूल में ,11वी क्लास
में थी उस टाइम इनकीउम्र सिर्फ 15 साल की थी | उस टाइम कुछ गलत सांगत के पड़ने के
कारन स्कूल बंक कर के भागने लगी थी | जिस कारन पढ़ाई में न धयान देती थी और माता जी
से बभी लडाई करने लग गए थी |
बहुत कोशिस के बाद इनके माता
जी ने मिस शिवानी जो समझाया | तब जा के इनको अपना गलती का एहसास हुवा | फिर जा के
शिवानी जी सही रस्ते में अये |
इसके बाद से शिवानी जी ने
अपना पूरा धयान अपने गेम में देने लगी और साथ ही साथ अपने पढ़ाई में |
और इस तरह मिस शीवानी जी एक
अंतर्रास्तीय खीलाडी बन गए | और 2020 में मिस छत्तीसगढ़ का किताब भी जीता , साथ ही
साथ रनवे शो के लिए सेलेक्ट भी हुवे |
shivani soni with international player |
मिस शिवानी जी का लक्ष्य
मिस शिवानी जी का सबसे पहला
लक्ष्य अपने माता जी को एक अच्छी लाइफ स्टाइल देना चाहती है | अपने माँ को वो हर
चीज देना चाहती है जो उन्हें नही मिला |
शिवानी जी का दूसरा लक्ष्य
इंडिया टीम अपना जगह परमानेंट करना है |
तीसरा लक्ष्य इनका यह है की
ये इतना फेमस और नाम कमाना चाहती है लोग
जाने की शिवानी सिनी मीनाक्षी सोनी की पुत्री है |
मिस शिवानी जी कैसे एक अंतररास्ट्रीय खिलाडी बनी
जब शिवानी जी पाचवी में थी
तब 9 साल की हुवा करती थी | 9 साल के उम्र से ही शिवानी जी ने खेलना शुरू कर दीया
था | इनके माता जी इन्हें खेलने के लिए
प्रोत्सहान किया | इनके माता जी ने शिवानी जी को इसलिए खेल में डाला ताकि व्यस्त
रहे और फालतू लोगो से दूर रहे | लकिन जब शिवानी
जो को गर्मी के छुट्टियों में सर्टिफिकेट मिला तो इनके माता जी को लगने लगा
की ये आगे कुछ कर अक्ती है | और इसीलिए इनके माता जी ने शिवानी जी को राजेश सिंह
सर जी के पास एडमिशन करवा दिए | राजेश सिंह सर जी जो की शिवानी जी के कोच है | तब
बस अंबिकापुर में खेला करती थी | तब इनकी उम्र 12 साल का हुवा करता था |
फिर जब शीवानी जी 9th क्लास
में पहुची तब इनका चयन स्टेट लेवल बास्केटबॉल के लिए हुआ जो की भिलाई में होने
वाला था | पर उसमें शिवानी जी ने हिस्सा नही ले पाए | क्युकी उस समय उनके माता जी
के पास पैसा नही था | इसके बाद इनका चयन फिर स्टेट लेवल बास्केटबॉल हुवा, जब
शिवानी जी 11वी में थी | तब इनका उम्र 15 साल का था | लेकिन दुर्भग्य बस इनके वजह
से ही फाइनल में इनकी टीम हार गयी | जिस वजह से इनके रिश्तेदार , मोहल्ले वाले
बहुत सुनाते थे | लेकिन फिर इनका चयन बास्केटबॉल मैच के लिए, जिसमे इनके टीम ने
तीसरा स्थान प्राप्त किया | इस मैच के बाद इन्होने बास्केटबॉल छोड़ कर स्पीड बॉल और
मिनी गोल्फ गेम में आ गए फिर उसी स्सल 11वी में इन्हूने स्पीड बॉल नेशनल खेला |
जिनमे इनको सिल्वर मेडल प्राप्त हुवा | फर 12 क्लास में इनका चयन फिर स्पीड बॉल के
लिए हुवा | जो गेम मुंबई में खेला गया और इन्होने यहाँ पर ब्रोंज मेडल जीता |
फिर इन्हों उसी साल मिनी गोल्फ
के लिए trail निकाली | इसके अगले साल ही इनका चयन फिर मिनी गोल्फ के लिए चयन हुआ ,
जो की नागपुर में हुआ था | और इन्होने यहाँ पर गोल्ड मेडल जीता | तब इनका उम्र 17
ससाल की हो चुकी थी |
Shivani Soni in Chaina |
उसी साल इनका चयन पहली बार
, फर्स्ट अंतररास्ट्रीय मैच के लिए हुआ | जो की रशिया में होने वाला था | बाद में
यह कैंसिल हो गया और इंडियन टीम नही जा पाई |
फिर इनका चयन मिनी
गोल्फ ऑफिसियल ट्रेनिंग के लिए हुआ | इसमें इनको तिन दिन की ट्रेनिंग के बाद इनको
कोच बना दिया गया | इसके बाद इनका चयन थाईलैंड के लिए हुआ | लकिन फिर पैसे के
पोब्लेम्स के कारन नही जा पाई | लेकिन मिनी गोल्फ इनका साथ ऐसे कहा छोड़ने वाला था
| और फिर इनका चयन रास्ट्रीय मिनी गोल्फ
के लिए हुआ , जो की जयपुर राजस्थान में था | जिसमे इन्हूने एक साथ तिन मेडल जीती |
इनके बाद इनका चयन इंडिया के लिए हुआ , जो नेपाल में खेलना था | और इन्होने यहाँ
पर भी ब्रोंज मेडल जीता | इसके बाद इनका चयन वर्ल्ड स्पीड बॉल चैंपियन क लिए हुआ जो
कुवैत में हुआ | उसमे इन्होने पाकिस्तान ,
पोलैंड , और बांग्लादेश को हरा कर ब्रोंज म्देल जीता था |
इसके बाद इनका चयन 2019 में
चाइना मे खलने के लिए हुआ | तब शिवानी जी 3rd इयर में हुआ करती थी | और इस खेल में
शिवानी जी ने वर्ल्ड मिनी गोल्फ चैंपियन महिया टीम में इन्होने 9वा स्थान प्राप्त
किया |
और और इस तरह से इन्होने
अपने खेल की शुरुवात की थी , और अंतररास्ट्रीय स्थर तक खेलना का मोका मिला |
श्रय
मिस शिवानी जी अपनी सारी उपलब्धदिया का श्रय अपने माता जी को देती है | इनका कहना है अगर माँ इतना सपोर्ट नही करती तो शायद ही आज में एक अंतर रास्ट्रीय खिलाडी होती | और साथ ही साथ अपने कोच राजेश सिंह सर और छत्तीसगढ़ सेक्रेटरी भूपेंद्र सर को जाता है | शिवानी जी कहती है इन लोगो ने हमेसा साथ दिया और हमशा ही होसला बढ़ाते रहे , और न कभी हार मानने दिए | मिस शिवानी जी अपना श्रेया सेंट्रल मिनिस्टर रेतुका मेम और सरजुगा के कलक्टर सर सरानस मिनल सर का और हमारे चीफ मिनिस्टर भूपेंद्र भगेल सर का और स्पोर्ट मिनिस्टर सर जाता है | जिन्होंने इनको सहयोग राशी दे कर वर्ल्ड चैंपियन का हिस्सा बनाया चाइना में |
Post a Comment
2 Comments
I'm very inspired & proud of you
ReplyDeleteVery intelligent Miss Shivani Soni I'm very proud of you.. champion international.and direct selling business...
ReplyDeleteIf You Have Any Question Then Ask Me Frequently .